Mallikarjun Kharge: कांग्रेस अध्यक्ष ने दी गणतंत्र दिवस की बधाई, PM मोदी पर उठाया सवाल

Mallikarjun Kharge: कांग्रेस अध्यक्ष ने दी गणतंत्र दिवस की बधाई, PM मोदी पर उठाया सवाल

Mallikarjun Kharge: कांग्रेस अध्यक्ष ने दी गणतंत्र दिवस की बधाई, PM मोदी पर उठाया सवाल

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देश में आज 75वां गणतंत्र दिवस मनाया जा रहा है. इस अवसर पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे (Mallikarjun Kharge) ने कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यालय में राष्ट्रीय ध्वज फहराया. इस दौरान मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उप मुख्यमंत्री डी.के.शिवकुमार भी मौजूद रहे. कांग्रेस अध्यक्ष ने इस साल को भारत के लिए एक महत्तपूर्ण साल बताया. साथ ही उन्होंने पीएम मोदी पर भी सवाल खड़े किए.

‘साल 2024 भारत के लिए महत्वपूर्ण’

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे (Mallikarjun Kharge) ने कहा कि यह साल भारत के लिए बहुत महत्वपूर्ण है. ये साल तय करेगा कि हम संविधान, लोकतंत्र और न्याय के मूल्यों को बचा पाएंगे या हम फिर उसी दौर में पहुंच जाएंगे जहां हर एक व्यक्ति समान नहीं होगा और उनके अधिकार समान नहीं होंगे.

केंद्र पर साधा निशाना

खरगे ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि हम भारत के लोग जिन्होंने इस संविधान को बनाया, जिसमें दलित, आदिवासी, महिलाएं, किसान और मजदूर सभी शामिल हैं. आज इन्हीं पर सरकार द्वारा हमला हो रहा है और भावनात्मक मुद्दों की आड़ में, ध्यान भटका कर सच को छिपाया जा रहा है. ये अकेली ऐसी सरकार जिसके कार्यकाल में 7 करोड़ 50 लाख लोग गरीबी में दोबारा ढकेल दिए गए. युवाओं की बेराजगारी 45 सालों में सबसे चरम पर है. सरकार से सवाल पूछने के लिए विपक्ष के 146 सांसदों को संसद से बाहर निकाला दिया जाता है और महत्वपूर्ण कानून पास करवा दिए जाता है.

‘मीडिया का हो रहा दुरुपयोग’

मल्लिकार्जुन खरगे ने आगे कहा कि देश की सभी स्वतंत्र संवैधनिक संस्थाओं पर गुप्त तरीके से संघ और भाजपा का नियंत्रण करने का प्रयास हो रहा है. स्वतंत्र मीडिया का इस्तेमाल प्रलोभन और दबाव से सरकार का गुणगान करने के लिए किया जा रहा है.संविधान पर हमला एक सोचे समझे शड्यंत्र का हिस्सा है. ऐसा वो लोग कर रहे हैं, जिन्होंने कभी संविधान का सम्मान नहीं किया.

‘न्याय के 5 स्तंभ बनाएंगे सशक्त’

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने न्याय, मर्यादा, समता और समभाव के मूल्यों को बचाने के लिए और सामाजिक, आर्थिक तथा राजनीतिक न्याय को पुनः स्थापित करने का संकल्प लिया है. न्याय के पांच स्तंभ- युवा न्याय, भागीदारी न्याय, नारी न्याय, किसान न्याय औऱ श्रमिक न्याय सभी को सशक्त करेंगे और सभी के अधिकारों की रक्षा करेंगे.

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