Karpoori Thakur: कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न से सम्मानित किए जाने के फैसले का कांग्रेस ने किया स्वागत, लेकिन उठाए ये सवाल
भारत सरकार ने समाजवादी नेता और जननायक कर्पूरी ठाकुर (Karpoori Thakur) को मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित करने का निर्णय लिया है. राष्ट्रपति कार्यालय ने 23 जनवरी को एक बयान जारी कर इसकी जानकारी दी है. पीएम मोदी ने कॉल पर कर्पूरी ठाकुर के बेटे रामनाथ ठाकुर को इसके लिए बधाई दी. रामनाथ ठाकुर ने ऐलान पर कहा कि यह 34 साल की तपस्य का फल है कि उनके पिता को भारत रत्न दिया जा रहा है.
कांग्रेस ने किया फैसले का स्वागत
कांग्रेस नेता जयराम नरेश ने कहा कि सामाजिक न्याय के प्रणेता जननायक कर्पूरी ठाकुर (Karpoori Thakur) को भारत रत्न दिया जाना भले ही मोदी सरकार की हताशा और पाखंड को दर्शाता है, फिर भी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस कर्पूरी ठाकुर जी को मरणोपरांत भारत रत्न दिए जाने का स्वागत करती है.
उठाए ये सवाल
जयराम रमेश ने बीजेपी पर सवाल उठाते हुए कहा कि ‘भागीदारी न्याय’ भारत जोड़ो न्याय यात्रा के पांच स्तंभों में से एक है, इसके आरंभिक बिंदु के रूप में राष्ट्रव्यापी जाति जनगणना की आवश्यकता होगी. लेकिन मोदी सरकार ने सामाजिक आर्थिक जाति जनगणना 2011 के नतीजे जारी करने से इनकार कर दिया है और एक नई राष्ट्रव्यापी जाति जनगणना कराने से भी इनकार कर दिया है.
जयराम नरेश ने आगे कहा कि सभी वर्गों को भागीदारी देने के लिए जातिगत जनगणना कराना ही सही मायनों में जननायक कर्पूरी ठाकुर को सबसे उचित श्रद्धांजलि होती, मगर मोदी सरकार इससे भाग रही है.
क्या बोले नीतीश कुमार?
वहीं बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने भी इसपर खुशी जताई है. मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि कर्पूरी ठाकुर ने समाज के हर तबके के लिए काम किया. उन्होंने शराबबंदी की और शिक्षा के क्षेत्र में भी काम किया. सीएम नीतीश ने कहा कि कर्पूरी ठाकुर का योगदान बहुत बड़ा है. देशभर में उनका नाम है. इसके साथ ही नीतीश ने कहा कि पहले से ही हम लगातार उनके लिए भारत रत्न की मांग कर रहे थे.