हेमंत सोरेन पांच दिनों के लिए ईडी की कस्टडी में भेजे गए, चंपाई सोरेन ने ली CM पद की शपथ
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन को प्रवर्तन निदेशालय की कस्टडी में पांच दिनों के लिए भेज दिया गया है. ईडी ने उन्हें मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े एक मामले में 31 जनवरी को गिरफ़्तार किया था. उनकी जगह झारखंड मुक्ति मोर्चा के उपाध्यक्ष चंपाई सोरेन ने झारखंड के मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली है.
गौरतलब है कि गुरुवार को रांची की एक विशेष अदालत (पीएमएलए कोर्ट) ने हेमंत सोरेन को एक दिन की न्यायिक हिरासत में भेजेने का फैसला सुनाया था. हालांकि गुरुवार का आदेश अंतरिम था और अदालत ने अपना फ़ैसला सुरक्षित रखा था.
क्या हैं हेमंत सोरेन पर आरोप
हेमंत सोरेन से कथित जमीन घोटाले के जिस मामले में ईडी पूछताछ करना चाह रही है, वो सेना के 4.55 एकड़ मालिकाना हक वाली जमीन की खरीद बिक्री से जुड़ी है. ये जमीन रांची के बड़गाई इलाके में है और इस अंचल के राजस्व उप-निरीक्षक भानु प्रताप की इस संबंध में गिरफ़्तारी भी हो चुकी है. ईडी इस मामले में 20 जनवरी को मुख्यमंत्री से पूछताछ कर चुका है. मुख्यमंत्री से रांची में करीब सात घंटे तक जांच एजेंसी ने पूछताछ की थी. ये पूछताछ भी मुख्यमंत्री को जारी कई समन के बाद हुई थी.
एजेंसी के सामने पेश नहीं हुए थे सोरेन
20 जनवरी से पहले ईडी ने सोरेन को सात समन जारी किए थे लेकिन वो जांच एजेंसी के सामने पेश नहीं हुए. आठवें समन के बाद उन्होंने अपना बयान रिकॉर्ड कराया. सोरेन को पहला समन 14 अगस्त 2023 को जारी हुआ था. इस मामले में एजेंसी ने अब तक 14 लोगों की गिरफ़्तारी की है जिसमें 2011 बैच के आईएएस अधिकारी छवि रंजन भी शामिल हैं.
कई जगहों पर हुई थी छापेमारी
पिछले साल 13 अप्रैल को ईडी ने झारखंड, बिहार और पश्चिम बंगाल में क़रीब 22 ठिकानों पर छापेमारी की थी, जिसमें झारखंड कैडर के आईएएस छवि रंजन से संबंधित ठिकाने भी शामिल थे. रंजन पहले रांची के डिप्टी कमिश्नर भी रह चुके हैं. ईडी ये कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम कानून के प्रावधानों के तहत की थी.