India China Tension: झूठ बोल रही मोदी सरकार, सिर्फ दो वर्षों में 1 हज़ार से अधिक बार घुसपैठ कर चुका है ड्रैगन

India China Tension: झूठ बोल रही मोदी सरकार, सिर्फ दो वर्षों में 1 हज़ार से अधिक बार घुसपैठ कर चुका है ड्रैगन

India China Tension: झूठ बोल रही मोदी सरकार, सिर्फ दो वर्षों में 1 हज़ार से अधिक बार घुसपैठ कर चुका है ड्रैगन

Share this news :

चीन की आक्रामकता के ख़िलाफ़ भारत का रवैया बहुत ही ढुलमुल है. यही वजह है कि चीन के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं. आए दिन चीन भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ करने की कोशिश करता रहता है. अब चीनी सैनिकों की घुसपैठ का एक और वीडियो वायरल हो रहा है. जिसमें साफ दिख रहा है कि चीनी सैनिक भारतीय चारवाहों के साथ झड़प कर रहे हैं. हालांकि मोदी सरकार ने हर बार की तरह इस मामले को भी गंभीरता से नहीं लिया है. जिसका खामियाजा देश को भुगतना पड़ सकता है.

लद्दाख में चीनी सैनिकों ने भारतीय चरवाहों को रोकने की कोशिश की. हालांकि, निहत्थे भारतीय चरवाहों ने भी साहस दिखाते हुए हथियारों से लैस चीनी सैनिकों का सामना किया है, जो वीडियो में भी देखा जा सकता है. हालांकि चीन ने यह हरकत कोई पहली बार नहीं की है. चीन आए दिन भारत के हिस्सों में घुसपैठ करता है लेकिन मोदी सरकार इस बात को छुपाती है और पीएम कहते हैं कि कोई घुसपैठ नहीं हुई. यह नया भारत है, आंख में आंख मिलाकर करारा जवाब देना जानता है.

क्या है विवाद

लद्दाख के अक्साई चिन इलाक़े को भारत अपना क्षेत्र मानता है, लेकिन वहाँ चीन का नियंत्रण है. भारत दावा करता है कि चीन ने 1962 के युद्ध के दौरान वहाँ हज़ारों किलोमीटर ज़मीन पर क़ब्ज़ा कर लिया था. 15 साल के आँकड़ों के अनुसार, चीन ने हर साल औसतन क़रीब आठ बार घुसपैठ की. हालांकि, सरकारी आँकड़ें इससे कहीं अधिक हैं.

विवाद की जड़


भारत और चीन के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा की 3,488 किलोमीटर लंबी दूरी दोनों देशों के बीच विवाद की जड़ है. लद्दाख में अक्साई चिन एक बड़ा क्षेत्र है जो फ़िलहाल चीन के नियंत्रण में है, लेकिन भारत इसे अपना हिस्सा बताता है. भारत सरकार के आँकड़ों के अनुसार, चीनी सेना वर्ष 2016 से 2018 के बीच 1 हज़ार 25 बार भारतीय क्षेत्र में घुसी थी.वर्ष 2019 में तत्कालीन रक्षा राज्य मंत्री श्रीपद नाइक ने लोकसभा में ये जानकारी दी थी कि केवल 2016 में ही चीन ने 273 बार घुसपैठ की, जो संख्या 2017 में बढ़कर 426 हो गई थी और 2018 में ये 326 पर आई.

हुई थी झड़प

14 जून, 2020 को, गलवान घाटी में एक नियमित गश्त के दौरान भारतीय और चीनी सैनिकों में ख़ूनी संघर्ष हुआ था, जिसमें 20 भारतीय सैनिक मारे गए थे. चीन ने चार सैनिकों के मारे जाने की बात स्वीकार की है, हालाँकि भारत दावा करता है कि चीन के ज़्यादा सैनिक मारे गए थे.

मोदी सरकार ने देश को बताया झूठ

चीन की सेना के साथ भारतीय चरवाहों के टकराव का एक ताजा वीडियो सामने आया है. जो LAC पर सबकुछ ठीक होने के मोदी सरकार के दावों की पोल खोलता है. जनवरी 2024 के इस वीडियो में दिख रहा है कि चीनी सैनिक भारतीय चरवाहों को जाने से रोक रहे हैं, साथ ही उन्हें परेशान भी कर रहे हैं. ये चरागाह उन क्षेत्रों में आते हैं जिन पर भारत का दावा रहा है.

ये सब प्रधानमंत्री द्वारा 19 जून 2020 को चीन को क्लीन चिट देने के कारण हुआ है, जिसमें उन्होंने कहा था कि न कोई हमारी सीमा में घुस आया है, न ही कोई घुसा हुआ है. ऐसे में देश के प्रधानमंत्री को बताना चाहिए कि पहले जैसी स्थिति कब और कैसे बहाल होगी? आखिर चीन की हिम्मत कैसे हो रही है? सरकार को इस नापाक हरकत पर चीन को कड़े लहजे में संदेश देना चाहिए.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *