Congress On Paytm: ‘Paytm ने BJP और PM Cares Fund में कितना चंदा दिया’, पेटीएम पर RBI के एक्शन के बाद मोदी सरकार पर भड़की कांग्रेस
रिजर्व बैंक ने पेटीएम (paytm) के पेमेंट्स बैंक पर 29 फरवरी 2024 से नए कस्टमर को जोड़ने पर रोक लगा दी है. इसको लेकर कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने सोमवार को प्रेस कांफ्रेंस करते हुए मोदी सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि जनता की मेहनत की कमाई लूट कर बनी कंपनियों को राजनीतिक संरक्षण ने बचा रखा है.
नोटबंदी पर नाच रहा था Paytm फाउंडर
सुप्रिया श्रीनेत ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कुछ तस्वीरें दिखाते हुए कहा, “यह सेल्फ़ी देखिए, एक और सेल्फ़ी देखिए, यह 10 नवंबर 2016 को इस देश के सब बड़े अख़बारों में paytm का प्रधानमंत्री मोदी की तस्वीर के साथ फुल कवर विज्ञापन देखिए. नोटबंदी को सबसे मज़बूत निर्णय बता कर प्रधानमंत्री की सराहना की गई, यह डांस करते इस आदमी को देखिए. यह शख़्स विजय शेखर शर्मा हैं, जो पेटीएम (paytm) के फाउंडर हैं.”
कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि विजय शेखर शर्मा क्यों ना PM मोदी का धन्यवाद दें. आख़िर नोटबंदी के कुछ ही घंटों में Paytm के यूज़र्स में 435% उछाल आया था और वो सिलसिला थमा ही नहीं. उन्होंने आगे आरोप लगाते हुए कहा कि यह वही कंपनी है, जिसका प्रचार पीएम मोदी उत्तराखण्ड की इलेक्शन रैली में भी कर रहे थे. वही कंपनी है जो मोदी पर बनी पिक्चर के टिकट पर ₹200 तक की कैश वापसी दे रही थी.
नोटबंदी ने देश को तबाह कर दिया: सुप्रिया श्रीनेत
सुप्रिया श्रीनेत ने आगे कहा कि याद रखियेगा, जहां नोटबंदी ने देश को तबाह कर दिया, अर्थव्यवस्था को ठप्प किया, मज़ारों लाखों छोटे उद्योगों को बंद कर दिया. वहीं, 8 नवम्बर का वो दिन एक कंपनी के लिए छप्पर फाड़ कर ख़ुशियाँ लाया. मुझे विजय शेखर शर्मा का वो डांस आज भी याद है, और जब प्रधानमंत्री ने नोटबंदी की घोषणा की तब Paytm के संस्थापक विजय शेखर शर्मा का एक होटल में कूद कूद के इसका स्वागत करना भला कौन भूल सकता है ?
कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि ऐसा नहीं है कि Paytm पर अचानक गाज गिरी है, रिपोर्टों के मुताबिक़ जनवरी 2017 में लाइसेंस मिलने के एक साल बाद ही घपले और अनियमितताएँ सामने आनी लगीं थीं, जिसके बावजूद प्रधानमंत्री कंपनी का प्रचार प्रसार पैरवी कर रहे थे.
सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि इस पूरे मामले से एक बार फिर बहुत सारे सवाल उठ खड़े हुए हैं.
- क्या मोदी के साथ मधुर संबंधों के चलते उनके चहेते उद्योगपति क़ानून को ताक पर रख के काम करते हैं?
- इतने सारे उल्लंघनों के बाद भी paytm payment bank को इतनी लंबी ढील क्यों दी गई?
- मनी लाउंड्रिंग जैसे गंभीर आक्षेप पर ED ने अब तक क्या कार्यवाही की?
- Paytm ने BJP और PM Cares Fund में कितना चंदा दिया?
- क्या paytm उस चंदे और मोदी से संबंधों के कारण अब तक बचता रहा?
- पहले अड़ानी और अब यह, बार बार मोदी के चहेतों के ख़िलाफ़ एजेंसीयाँ शिथिल क्यों पड़ जाती हैं?
- क्या ED 95% मामले राजनीतिक लोगों के ख़िलाफ़ षड्यंत्र रच कर संतुष्ट है?
- क्या Paytm के उपभोक्ता का डेटा गोपनीय है या यह भाजपा को क्या लीक हुआ है?
- सरकार के मुताबिक़ वित्तीय वर्ष 2023 में UPI ट्रांजेक्शन से होने वाली पेमेंट का मूल्य Rs 139 लाख करोड़ पहुँच गया, जिसमें Paytm का अच्छा ख़ासा शेयर है, पर यह कितना सुरक्षित है?
गौरतलब है कि इससे पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जनता की मेहनत की कमाई लूट कर बनी कंपनियों को राजनीतिक संरक्षण ने बचा रखा है. Paytm फ्रॉड इसका सबसे बड़ा उदाहरण है. प्रधानमंत्री की तस्वीर के साथ अखबारों में फुल पेज विज्ञापन देने वाली पेटीएम के फ्रॉड पर SEBI और RBI जैसे नियामक संस्थान मूक दर्शक बने रहे.