Pakistan: अपने पड़ोसियों के लिए मुसीबत बना पाकिस्तान, धीरे-धीरे सब बना रहे हैं दूरी
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Pakistan: भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने कहा है कि ‘हम अपने दुश्मन तो चुन सकते हैं पर पड़ोसी नहीं, रिश्ते तो चुन सकते हैं पर रिश्तेदार नहीं’. मौजूदा समय में भारत के भी रिश्ते अपने पड़ोसियों के साथ ठीक नहीं हैं. यही हाल भारत का कट्टर दुश्मन कहा जाने वाले पाकिस्तान ( Pakistan ) का भी है.
पाकिस्तान ( Pakistan ) के तो हालात ये हैं कि अगर आज के समय में किसी देश को उसका पड़ोसी मुल्क चुनने का मौका दिया जाए तो शायद ही कोई देश पाकिस्तान को अपना पड़ोसी बनाना चाहेगा. कारण साफ है कि पाकिस्तान अपने मुल्क के भीतर आतंकियों को पनाह देता रहा है. हमेशा अपने पड़ोसी देश को लेकर साजिश रचता रहता है.
पाकिस्तान का पड़ोसी देश
बता दें कि पाकिस्तान की सीमा भारत के अलावा अफगानिस्तान, ईरान, चीन के साथ साझा होती है. नक्शे के हिसाब से पाकिस्तान के उत्तर में अफगानिस्तान है. पूर्व में भारत, पश्चिम में ईरान और दक्षिण में हिन्द महासागर है. कुल मिलाकर पाकिस्तान 4 देशों के पड़ोस में है जबकि एक तरफ महासागर है. ऐसे में पाकिस्तान के भारत के साथ रिश्ते जगजाहिर हैं. ईरान के साथ तो फिलहाल संघर्ष जारी है. नौतब यह आ गई है कि दोनों देशों ने एक दूसरे पर मिसाइल दाग रहे हैं.
ईरान-पाकिस्तान तनाव
पहले हमला करते हुए ईरान ने दावा किया कि पाकिस्तान अपनी धरती पर आतंकियों को पनाह देने का काम कर रहा है. ऐसे में पाकिस्तान में बैठे आतंकी आए दिन सीमा पार ईरान पर हमले करते हैं. ऐसे में सबक सिखाने के लिए ईरान ने पाकिस्तान पर हमले किए हैं. वहीं, ईरान के के हमलों के जवाब में पाकिस्तानी सेना ने भी मिसाइल से हमला किया.
पाकिस्तान अफगानिस्तान के रिश्ते
उधर अफगानिस्तान में जब से तालिबान सत्ता में आई है तब से अफगानिस्तान-पाकिस्तान की पुरानी दोस्ती दुश्मनी में बदलनी शुरू हो गई थी. तालिबान के सत्ता में आने के बाद से ही पाकिस्तान में चरमपंथी हमले तेज हो गए हैं. हालात का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि दिसंबर 2023 में काबुल में पाकिस्तान के दूतावास पर हमला भी हो चुका है.
भारत- पाकिस्तान रिश्ता
भारत और पाकिस्तान के बीच के रिश्ते तनावपूर्ण बने हुए हैं. दोनों देशों के बीच रिश्तों को ठीक करने की कवायद साल 2015 के आसपास हुई थी लेकिन जनवरी 2016 में पठानकोट, सितंबर 2016 उरी और फरवरी 2019 में पुलवामा में हुए आतंकवादी हमलों से द्विपक्षीय संबंध काफी बिगड़ गए.
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